Saturday, July 11, 2015

मैथ्यू 1

1 इब्राहीमके सन्तान दाऊदके सन्तान यीशु ख्रीष्टकी वंशावली ।
2 इब्राहीमका पुत्र इसहाक इसहाकका पुत्र याकूब याकूबके पुत्र यिहुदा और उसके भाई हुए ।
3 तामरसे यिहुदा के पुत्र पेरस और जेरह हुए पेरसका पुत्र हिस्रोन हिस्रोनका पुत्र अराम ।
4 अरामका पुत्र अम्मीनादव अम्मीनादवका पुत्र नहशोन नहशोनका पुत्र सलमोन ।
5 राहबसे सलमोनका पुत्र बोअस हुआ रूतसे बोअसका पुत्र ओबेद हुआ ओबेदका पुत्र यिशी ।
6 यिशीका पुत्र दाऊद राजा ऊरियाहकी विधवासे दाऊद राजाका पुत्र सुलेमान हुआ ।
7 सुलेमानका पुत्र रिहबूआम रिहबूआमका पुत्र अबियाह अबियाहका पुत्र आसा ।
8 आसाका पुत्र यिहोशाफट यिहोशाफटका पुत्र यिहोरम यिहोरम का सन्तान उज्जियाह ।
9 उज्जियाहका पुत्र योथम योथमका पुत्र आहस आहसका पुत्र हिजकियाह ।
10 हिजकियाहका पुत्र मनस्सी मनस्सीका पुत्र आमोन आमोनका पुत्र योशियाह ।
11 बाबुल नगरको जाने के समयमें योशियाहके सन्तान यिखनियाह और उसके भाई हुए ।
12 बाबुलको जाने के पीछे यिखनियाहका पुत्र शलयितेल शलयितेलका पुत्र जिरुबाबुल ।
13 जिरुबाबुलका पुत्र अबिहूद अबिहूदका पुत्र इलियाकीम इलियाकीमका पुत्र असोर ।
14 असोरका पुत्र सादोक सादोकका पुत्र आखीम आखीमका पुत्र इलिहूद ।
15 इलिहूदका पुत्र इलियाजर इलियाजरका पुत्र मत्तान मत्तानका पुत्र याकूब ।
16 याकूबका पुत्र यूसफ जो मरियम का स्वामी था जिससे यीशु जो ख्रीष्ट कहावता है उत्पन्न हुआ ।
17 सो सब पीढ़ियां इब्राहीमसे दाऊदलों चौदह पीढ़ी और दाऊदसे बाबुलको जानेलों चौदह पीढ़ी और बाबुलको जानेके समयसे ख्रीष्टलों चौदह पीढ़ी थी ।
18 यीशु ख्रीष्टका जन्म इस रीतिसे हुआ . उसकी माता मरियमका यूसफ से मंगनी हुई थी पर उनके एकट्ठे होनेके पहिले वह देख पड़ी कि पवित्र आत्मासे गर्भवती है ।
19 तब उसके स्वामी यूसफने जो धर्म्मी मनुष्य था और उसपर प्रगटमें कलंक लगाने नहीं चाहता था उसे चुपकेसे त्यागनेकी इच्छा किई ।
20 जब वह इन बातोंकी चिन्ता करता था देखो परमेश्वरके एक दूतने स्वप्नमें उसे दर्शन दे कहा हे दाऊदके सन्तान यूसफ तू अपनी स्त्री मरियमको अपने यहां लानेसे मत डर क्योंकि उसको जो गर्भ रहा है सो पवित्र आत्मासे है ।
21 वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना क्योंकि वह अपने लोगोंको उनके पापोंसे बचावेगा ।
22 यह सब इसलिये हुआ कि जो वचन परमेश्वरने भविष्यद्वक्ताके द्वारासे कहा था सो पूरा होवे .
23 कि देखो कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी और वे उसका नाम इम्मानुएल रखेंगे जिसका अर्थ यह है ईश्वर हमारे संग ।
24 तब यूसफने नींदसे उठके जैसा परमेश्वर के दूतने उसे आज्ञा दिई थी वैसा किया और अपनी स्त्रीको अपने यहाँ लाया ।
25 परन्तु जबलों वह अपना पहिलौठा पुत्र न जनी तबलों उसको न जाना और उसने उसका नाम यीशु रखा ।

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