Monday, July 13, 2015

मैथ्यू 2

1 हेरोद राजाके दिनों में जब यिहूदिया देश के बैतलहम नगरमें यिशुका जन्म हुआ तब देखो पूर्ब्बसे कितने ज्योतिषी यिरूशलीम नगरमें आये .
2 और बोले यिहूदियोंका राजा जिसका जन्म हुआ है कहां है क्योंकि हमने पूर्ब्बमें उसका तारा देखा है और उसको प्रणाम करने आये हैं ।
3 यह सुनके हेरोद राजा और उसके साथ सारे यिरूशलीमके निवासी घबरा गए ।
4 और उसने लोगोंके सब प्रधान याजकों और अध्यापकोंको एकट्ठे कर उनसे पूछा ख्रीष्ट कहां जन्मेगा ।
5 उन्होंने उससे कहा यिहूदियाके बैतलहम नगरमें क्योंकि भविष्यद्वक्ताके द्वारा यूं लिखा गया है .
6 कि हे यिहूदा देशके बैतलहम तू किसी रीतिसे यिहूदाकी राजधानियोंमें सबसे छोटी नहीं है क्योंकि तुझमेंसे एक अधिपति निकलेगा जो मेरे इस्रायली लोगों का चरवाहा होगा ।
7 तब हेरोदने ज्योतिषियोंको चुपकेसे बुलाके उन्हें यत्नसे पूछा कि तारा किस समय दिखाई दिया ।
8 और उनसे यह कहके उन्हें बैतलहम भेजा कि जाके उस बालकके विषयमें यत्नसे बूझो और जब उसे पावो तब मुझे सन्देश देओ कि मैं भी जाके उसको प्रणाम करूं ।
9 वे राजाकी सुनके चले गये और देखो जो तारा उन्होने पूर्ब्बमें देखा था सो उनके आगे आगे चला यहांलों की जहां बालक था उस स्थानके ऊपर पहूंचके ठहर गया ।
10 वे उस तारेको देखके अत्यन्त आनन्दित हुए ।
11 और घरमें पहूंचके उन्होंने बालकको उसकी माता मरियमके संग देखा और दण्डवत कर उसे प्रणाम किया और अपनी सम्पत्ति खोलके उसको सोना और लोबान और गन्धरस भेंट चढ़ाई ।
12 और स्वप्नमें ईश्वरसे यह आज्ञा पाके कि हेरोदके पास फिर मत जाओ वे दूसरे मार्ग से अपने देश को चले गये ।
13 उनके जानेके पीछे देखो परमेश्वरके एक दूतने स्वप्नमें यूसफको दर्शन दे कहा उठ बालक और उसकी माताको लेके मिसर देशको भाग जा और जबलों मैं तुझे न कहूं तबलों वहीं रह क्योंकि हेरोद नाश करनेके लिये बालक को ढूंढेगा ।
14 वह उठ रातहीको बालक और उसकी माताको लेके मिसरको चला गया .
15 और हेरोदके मरनेलों वहीं रहा कि जो बचन परमेश्वरने भविष्यद्वक्ताके द्वारासे कहा था की मैंने अपने पुत्रको मिसरमेंसे बुलाया सो पूरा होवे ।
16 जब हेरोदने देखा कि ज्योतिषयों ने मुझसे ठट्ठा किया है तब अति क्रोधित हुआ और लोगोंको भेजके जिस समयको उसने ज्योतिषियोंसे यत्नसे पूछा था उस समयके अनुसार बैतलहममें और उसके सारे सिवानोंमेंके सब बालकोंको जो दो बरसके और दो बरससे छोटे थे मरवा डाला ।
17 तब जो वचन यिरमियाह भविष्यद्वक्ताने कहा था सो पूरा हुआ .
18 कि रामा नगर में एक शब्द अर्थात हाहाकार और रोना और बड़ा बिलाप सुना गया राहेल अपने बालकोंके लिये रोती थी और शान्त होने न चाहती थी क्योंकि वे नहीं हैं ।
19 हेरोदके मरने के पीछे देखो परमेश्वरके एक दूतने मिसरमें यूसफको स्वप्नमें दर्शन दे कहा .
20 उठ बालक और उसकी माताको लेके इस्रायेल देशको जा क्योंकि जो लोग बालकका प्राण लेने चाहते थे सो मर गए हैं ।
21 तब वह उठ बालक और उसकी माताको लेके इस्रायेल देश में आया ।
22 परन्तु जब उसने सुना कि अखिर्लाव अपने पिता हेरोदके स्थानमें यिहूदिया का राजा हुआ है तब वहां जानेसे डरा और स्वप्नमें ईश्वरसे आज्ञा पाके गालीलके सिवानोंमें गया .
23 और नासरत नाम एक नगरमें आके बास किया कि जो वचन भविष्यद्वक्ताओंसे कहा गया था की वह नासरी कहावेगा सो पूरा होवे ।

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