Monday, July 13, 2015

मैथ्यू 4

1 तब आत्मा यीशुको जंगलमें ले गया कि शैतानसे उसकी परीक्षा किई जाय ।
2 वह चालीस दिन और चालीस रात उपवास करके पीछे भूखा हुआ ।
3 तब परीक्षा करनेहारेने उस पास आ कहा जो तू ईश्वरका पुत्र है तो कह दे कि ये पत्थर रोटियां बन जावें ।
4 उसने उत्तर दिया की लिखा है मनुष्य केवल रोटीसे नहीं परन्तु हर एक बातसे जो ईश्वरके मुखसे निकलती है जीयेगा ।
5 तब शैतानने उसको पवित्र नगरमें ले जाके मन्दिरके कलशपर खड़ा किया .
6 और उससे कहा जो तू ईश्वरका पुत्र है तो अपनेको नीचे गिरा क्योंकि लिखा है कि वह तेरे विषयमें अपने दूतोंको आज्ञा देगा और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे न हो कि तेरे पांवमें पत्थरपर चोट लगे ।
7 यीशुने उससे कहा फिर भी लिखा है कि तू परमेश्वर अपने ईश्वरकी परीक्षा मत कर ।
8 फिर शैतानने उसे एक अति ऊंचे पर्ब्बतपर ले जाके उसको जगतके सब राज्य और उनका बिभव दिखाये .
9 और उससे कहा जो तू दंडवत कर मुझे प्रणाम करे तो मैं यह सब तुझे देऊंगा ।
10 तब यीशुने उससे कहा कि हे शैतान दूर हो क्योंकि लिखा है कि तू परमेश्वर अपने ईश्वरको प्रणाम कर और केवल उसीकी सेवा कर ।
11 तब शैतानने उसको छोड़ा और देखो स्वर्ग दूतोंने आ उसकी सेवा किई ।
12 जब यीशुने सुना की योहन बन्दीगृहमें डाला गया तब गालीलको चला गया ।
13 और नासरत नगरको छोड़के उसने कफर्नाहुम नगरमें जो समुद्रके तीरपर जिबुलून और नप्तालीके बंशोंके सिवानोंमें है आके बास किया .
14 कि जो बचन यिशैयाह भविष्यद्वक्तासे कहा गया था सो पूरा होवे .
15 कि जिबुलून का देश और नप्तालीका देश समुद्रकी ओर यर्दनके उस पार अन्यदेशियों का गालील .
16 जो लोग अंधकारमें बैठे थे उन्होंने बड़ी ज्योति देखी और जो मृत्युके देश और छायामें बैठे थे उनपर ज्योति उदय हुई ।
17 उस समयसे यीशु उपदेश करने और यह कहने लगा कि पश्चात्ताप करो क्योंकि स्वर्गका राज्य निकट आया है ।
18 यीशुने गालीलके समुद्रके तीरपर फिरते हुए दो भाइयोंको अर्थात शिमोनको जो पितर कहावता है और उसके भाई अन्द्रियको समुद्रमें जाल डालते देखा क्योंकि वे मछुवे थे ।
19 उसने उनसे कहा मेरे पीछे आओ मैं तुमको मनुष्योंके मछुवे बनाऊंगा ।
20 वे तुरन्त जालोंको छोड़के उसके पीछे हो लिये ।
21 वहांसे आगे बढ़के उसने और दो भाइयोंको अर्थात जबदीके पुत्र याकूब और उसके भाई योहनको अपने पिता जबदीके संग नावपर अपने जाल सुधारते देखा और उन्हें बुलाया ।
22 और वे तुरन्त नावको और अपने पिताको छोड़के उसके पीछे हो लिये ।
23 तब यीशु सारे गालील देशमें उनकी सभाओंमें उपदेश करता हुआ और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता हुआ और लोगोंमें हर एक रोग और हर एक ब्याधिको चंगा करता हुआ फिरा किया ।
24 उसकी कीर्त्ति सब सुरिया देशमें भी फैल गई और लोग सब रोगियोंको जो नाना प्रकारके रोगों औ पीड़ाओंसे दुःखी थे और भूतग्रस्तों और मिर्गीहों और अर्द्धांगियोंको उस पास लाये और उसने उसे चंगा किया ।
25 और गालील और दिकापलि और यिरूशलीम और यिहूदियासे और यर्दनके उस पारसे बड़ी बड़ी भीड़ इसके पीछे हो लिई ।

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